Published on: Saturday August, 7th 2021

अल्लाह के रसूल (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) ने हमसे जो नेक वचन लिए थे और आदेश दिया था कि हम उनमें से किसी भी वचन का उल्लंघन न करें, उनमें से यह भी था कि हम (किसी की मौत के गम में) चेहरे को न नोचें और न ही हाय बर्बादी, हाय बर्बादी! पुकारें और न गरीबान फाड़ें और न बालों को नोचें या बालों को खोलकर अपने गम का इज़हार करें।

عن أسيد بن أبي أسيد التابعي، عن امرأة من المبايعات، قالت: كان فيما أخذ علينا رسولُ الله -صلى الله عليه وسلم- في المعروف الذي أخذ علينا أن لا نعصيه فيه: أن لا نَخْمِشَ وجهًا، ولا نَدْعُوَ وَيْلًا، ولا نَشُقَّ جَيْبًا، وأن لا نَنْشُرَ شَعْرًا. [صحيح.] - [رواه أبو داود.]

Other languages

English French Turkish Chinese Español

Other hadith

read quran
1207988
3057
Friday July, 16th 2021
No envy except in two (cases)
1615390
2748
Friday July, 16th 2021
The believer
1231249
2786
Friday July, 16th 2021

Why Islam

is the fastest growing religion in the world?!

Popular cards