Published on: Saturday August, 7th 2021

उसमान बिन अबुल आस (रज़ियल्लाहु अनहु) का वर्णन है कि उन्होंने कहा: ऐ अल्लाह के रसूल! मुझे मेरी क़ौम का इमाम बना दें। आपने फ़रमाया: तुम उनके इमाम हो। उनके सबसे कमज़ोर व्यक्ति को ध्यान में रखते हुए नमाज़ पढ़ाओ और ऐसा मुअज़्ज़िन (अज़ान देने वाला) नियुक्त करो, जो अज़ान देने का मेहनताना न लेता हो।

"عن عثمان بن أبي العاص -رضي الله عنه- قال: يا رسول الله، اجعلني إمام قومي، قال: «أنت إمامهم، وَاقْتَدِ بأضعفهم، وَاتَّخِذْ مُؤَذِّناً لا يأخذ على أذانه أجرا». [صحيح.] - [رواه أبو داود والنسائي وأحمد.]

Other languages

English French Turkish Russian Chinese Español

Other hadith

read quran
1225982
3345
Friday July, 16th 2021
No envy except in two (cases)
1634502
3034
Friday July, 16th 2021
The believer
1251796
3065
Friday July, 16th 2021

Why Islam

is the fastest growing religion in the world?!

Popular cards