उसामा बिन ज़ैद (रज़ियल्लाहु अन्हु) से वर्णित हे कि नबी (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) ने फ़रमाया : "मैंने अपने बाद कोई ऐसा फ़ितना नहीं छोड़ा, जो पुरुषों के हक़ में स्त्रियों से अधिका हानिकारक हो।
«ما تركت بعدي فتنة هي أضر على الرجال من النساء». (البخاري)