अबू हुरैरा- रज़ियल्लाहु अन्हु- कहते हैं कि एक व्यक्ति ने अल्लाह के रसूल (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) से कहा कि मुझे वसीयत कीजिए, तो आपने फ़रमायाः गुस्सा मत किया करो। उसने कई बार अपनी बात दोहराई और आपने हर बार यही कहा कि गुस्सा मत किया करो।
أن رجلًا قال للنبي -صلى الله عليه وآله وسلم-: أوصني، قال لا تَغْضَبْ فردَّدَ مِرارًا، قال لا تَغْضَبْ». (البخاري)