अब्दुल्लाह बिन मसऊद (रज़ियल्लाहु अंहु) से वर्णित है, कहते हैंः अल्लाह के रसूल (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) कहा करते थेः "ऐ अल्लाह, मैं तुझसे हिदायत, तक़वा, पाक दामनी और बेनियाज़ी माँगता हूँ।
«ثلاثُ دَعواتٍ مُستجابات لا شك فِيهن: دعوةُ المظلومِ، ودعوةُ المسافرِ، ودعوةُ الوالدِ على وَلدِه». [حسن.] - [رواه أبو داود والترمذي وابن ماجه وأحمد.]