उस व्यक्ति का उदाहरण जो अपने रब को याद करता हो और जो अपने रब को याद न करता हो, जिंदा और मुर्दा की तरह है। तथा एक रिवायत में हैः उस घर का उदाहरण जिसमें अल्लाह को याद किया जाता हो और जिसमें अल्लाह को याद न किया जाता हो, जिंदा और मुर्दा की तरह है।
«لا يُرد الدعاء بين الأذان والإقامة». [صحيح.] - [رواه أبو داود والترمذي وأحمد.]