अनस बिन मालिक- रज़ियल्लाहु अंहु) कहते हैं कि अल्लाह के रसूल -सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम- ने फ़रमायाः "यह दुआ सदा पढ़ते रहा करो 'يَاذا الجَلاَلِ والإكْرامِ' (अर्थात, ऐ प्रतापी एवं उपकारी)।
«إنَّ اللهَ جَعَل الحقَّ على لِسان عمر وقَلْبه». [الترمذي وأحمد]