अनस बिन मालिक -रज़ियल्लाहु अंहु- का वर्णन है, वह कहते हैंः मैंने कोई ऐसा व्यक्ति नहीं देखा, जो अल्लाह के रसूल -सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम- से अधिक अपने परिवार पर कृपा करता हो। वह कहते हैंः -आपके पुत्र- इबराहीम मदीने के निकट की एक बस्ती में दूध पी रहे था। आप उन्हें देखने जाते। हम भी आपके साथ हो लेते। आप दूध पिलाने वाली के घर में प्रवेश करते, तो वह धुएँ से भरा होता। क्योंकि उसका पति लोहार था। आप अपने बेटे को लेकर बोसा देते और वापस हो जाते।
«فاطمة بَضْعة مني، فمَن أغضبها أغضبني». [متفق عليه]